Question 1 financial स्टेटमेंट क्या है ?
Anwser :
financial statements एक accounting शब्द है जिसका अर्थ है आर्थिक विवरण पत्र फाइनेंशियल स्टेटमेंट का प्रयोग व्यापार की आर्थिक स्थिति देखने के लिए बनाया जाता है
फाइनेंशियल स्टेटमेंट एक अंतिम स्टेटमेंट होता है जिसके अंतर्गत व्यापर खाता लाभ हानि खाता कैश फ्लो स्टेटमेंट और बैलेंस शीट बनाई जाती है किसी कंपनी व्यापार या व्यक्ति की आर्थिक स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए फाइनेंशियल स्टेटमेंट तैयार किया जाता है इस प्रकार प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट बैलेंस शीट कैश फ्लो स्टेटमेंट के अंतर्गत व्यापार के क्रय विक्रय लाभ हानियां संपत्ति लेनदार देनदार आदि लेनदेन की जानकारी को लिखा जाता है ।
Financial statement :- तीन रिपोर्ट से मिलकर बनता है:
1 profit and loss account
2 balance sheet
3 cash flow statement
1) profit and loss account :-
लाभ हानि अकाउंट का प्रयोग व्यापार कंपनी या किसी व्यक्ति के इनकम और एक
एक्सपेंस को देखने के लिए किया जाता है लाभ और हानि खाते के अंतर्गत व्यापार में होने वाले सभी आए और वह आते हैं इस अकाउंट के दो भाग होते हैं।
(A) Income;-
इनकम में किसी व्यापार या कंपनी की कुल इनकम कितनी है कंपनी ने कितना सेल्स किया है और कंपनी के पास इनकम के और क्या सोर्स है।
(B) Expense :-
expense से व्यापार या कंपनी के कुल खर्च कितनी है कितना सामान खरीदा है और कंपनी किस चीज पर कितना खर्च कर रही है यदि व्यापार में इनकम कम है और खर्च ज्यादा है तो इसका मतलब कि वह व्यापार लोस में है।
2) Balance शीट :
बैलेंस शीट का प्रयोग व्यापार कंपनी या किसी व्यक्ति की संपत्ति और दायित्व देखने के लिए किया जाता है बैलेंस शीट के अंतर्गत व्यापार में प्रयोग होने वाली संपत्ति और दायित्व आते हैं बैलेंस शीट हमेशा वर्ष के अंत में बनाई जाती है बैलेंस शीट के दो भाग होते हैं
(A) Assets:-
एसेट के अंतर्गत व्यापार या कंपनी की सभी संततियों को लिखा जाता है जैसे capital, land ,cash ,building ,furniture ,inventory ,reeivable ,debtors, goodwill, etc.
Assets = liabilities + equity
(B) Liabilities:-
Liabilities के अंतर्गत व्यापार या कंपनी के साथ दायित्व आते हैं जो व्यापारी को निभाने होते हैं।
जैसे payable, creditors , bank, overdraft , etc .
3) cash flow statement :-
Cash flow statement company के पास कितना कैश है काश कहां से आ रहा है और कहां पर खर्च हो रहा है यह बताता है अर्थात व्यापार में जो भी कैश आ रहा है वह कैसे कहां पर और कितना खर्च किया जा रहा है और अंत में आपके पास कितना कैश बच रहा है अगर कैश कर्ज लेने और संपत्तियों को बेचने पर आ रहा है तो यह व्यापार के लिए अच्छा नहीं है क्योंकि व्यापार में कैश सिर्फ सेल्स और इन्वेंटरी से ही आना चाहिए।
Question 2
Data directory क्या है?
Answer :-
data directory एक प्रकार का path होता है जिससे हम डाटा को एक्सेस कर पाते है इसे हम और अच्छे से समझने के लिए tally मैं डाटा डायरेक्टरी को कहां उपयोग किया जाता है इस बारे में जान लेते हैं
Tally डाटा डायरेक्टरी कैसे बनती है :
जब हम अपने कंप्यूटर या लैपटॉप में टैली इंस्टॉल करते हैं तो सी ड्राइव पर टैली इंस्टॉल होता है टैली इंस्टॉल होने के बाद हम टैली आइकन पर डबल क्लिक करते हैं और टैली ओपन करते हैं टैली ओपन होने के बाद पहले काम होता है कंपनी बनाना जैसे ही हम क्रिएट कंपनी पर क्लिक करेंगे कंपनी क्रिएशन आ जाएगी कंपनी क्रिएशन में पहला ही विकल्प होता है डायरेक्टरी में by डिफ़ॉल्ट लोकेशन दर्ज हुई होती है यह लोकेशन कुछ इस प्रकार हो सकती है ।
C :\ program files \ tally \ tally erp 9 .
मतलब डाटा c ड्राइव में प्रोग्राम फाइल्स नाम का एक फोल्डर केsub फोल्डर में टैली के अंतर्गत के फोल्डर टैली इआरपी 9 नाम के sub फोल्डर में स्टोर होगा इसी path को डायरेक्टरी कहा जाता है हेडर है जहां टैली में कंपनी ओपन करने के लिए हमें पहले से यह path देना होता है और इस path पर जितनी कंपनियों का डाटा होगा उसे सब कंपनिया हमें दिखेगी।
दिल्ली में डाटा डायरेक्टरी का उपयोग
: टैली में कंपनी क्रिएट करते समय डायरेक्टरी का उपयोग होता है।
: टैली में बैकअप और रिस्टोर करने के लिए भी डायरेक्ट्री दर्ज की जाती है।
Question 3
tally screen componets के बारे में लिखिए?
Answer :-
टैली ERP 9 में हम tally screen के components के बारे में जानेंगे टैली स्टार्ट करने पर गेटवे ऑफ़ टैली स्क्रीन पर जो कॉम्पोनेंट्स है वह किस काम आते हैं जानेंगे।
टैली ईआरपी 9 सॉफ्टवेयर डाउनलोड और इंस्टॉल
करने के बाद टैली ईआरपी 9 को स्टार्ट करने पर स्क्रीन डिस्प्ले होती है वह इस प्रकार है कंपनी को चुनने के बाद गेटवे ऑफ़ टैली पहले स्क्रीन है जो शो होती है अकाउंट only अकाउंट with इन्वेंटरी दोनों की गेटवे ऑफ़ टैली अलग-अलग होती है गेटवे ऑफ़ टैली चार भाग में विभाजित है।
टाइटल बार, बटन बार ,कैलकुलेटर ,main एरिया
टाइटल बार
प्रोडक्ट info सॉफ्टवेयर का नाम व टैली 9
संस्करण
Copy right copy right Notice tally solutions
Notice F2 - llc
Web link online link http //www tally.
. solutions.com
Tally logo tally logo title के center में
User version user version tally single user
User serial registration serial educational
Number number
को दिखाता है
टैली कैलकुलेटर:
Calculator /command line को एक्टिव करने के लिए Ctrl +n पर क्लिक करेंगे कैलकुलेटर का प्रयोग हम कैलकुलेशन करने के लिए करते हैं।
Button baar :-
Tally में दो बटन बार होते हैं। होरिजेंटल एंड वर्टिकल बटन बार होते हैं।
टैली स्क्रीन की होरिजेंटल बटन बार में निम्नलिखित बटन होते हैं :
Alt + p - प्रिंट करने के लिए ।
Alt +e export - टैली की फाइल एक्सपोर्ट करने के लिए।
Alt + m email - टैली में मेल करने के लिए।
Alt+ g language - टैली की भाषा बदलने के लिए।
Alt + k keyboard - tally में कीबोर्ड से दूसरी भाषा में टाइप करने के लिए।
Ctrl +k control centre - control centre telly user को लगानी या login करने कि सुविधा देता है।
Alt + h help center - यहां से आप ताली की बेसिक जरूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
Question 4
how to create new company?
Answer :-
जब हम एक नया कंपनी को क्रिएट करते हैं तो कंपनी का पूरा डिटेल देना होता है उदाहरण के लिए कंपनी का नाम एड्रेस कांटेक्ट फाइनेंशियल ईयर और सिक्योरिटी डिटेल इत्यादि इसको देने के लिए टैली में तीन स्टेप होते हैं
Step 1start टैली
step 2 सिलेक्ट क्रिएट कंपनी
step 3 fill up company detail
यह टैली के उपयोग का पहला चरण है जिसे हम सीख के टैली को शुरुआत करते हैं हम सरल स्टेप बाय स्टेप कंपनी क्रिएशन कंपनी इन टैली के ट्यूटोरियल में हम जब नया कंपनी बनाते हैं फिर उसमें काम करते हैं लेकिन एक नया यूजर जो टैली नया नया सीख रहा है डेमो कंपनी क्रिएट करता है आप कोई भी नाम देखकर डेमो कंपनी क्रिएट कर सकते हैं।
Select create company:-
जब नए से टैली में काम कर रहे होते हैं तो सेलेक्ट कंपनी में नो कंपनी का ऑप्शन शो करता है इसके लिए हमें क्रिएट कंपनी के ऑप्शन को सेलेक्ट करना होता है।
इसे सेलेक्ट करने के लिए तीन तरीके हैं :
1 use keyboard down key
2 use keyboard shortcut letter (c )
3 mouse click on create company
Fill up company detail:-
अब कंपनी का डिटेल देने का समय है जिसमें आप अगर नई सीख रहे हैं तो डेमो डाटा फीड कर सकते हैं उदाहरण के लिए आपका किराया या ग्रोसरी बिजनेस है तो सिटी super मार्केट इस तरह का कोई भी नाम देकर कंपनी बना सकते हैं यह सारा डाटा टैली के फोल्डर में स्टोर होकर रहता है।
यहां हमने डेमो को फीड किया हुआ है आपका अगर अपना बिजनेस है और रियल डाटा डालना चाहते हैं तो दे सकते हैं टैली में पीछे डाटा को मॉडिफाई करने के बहुत से ऑप्शन है डाटा को फीड करने के लिए टैली में नाम प्राइमरी डिटेल सिक्योरिटी कंट्रोल फाइनेंशियल ईयर currency के सेक्शन है।जिसे हमें डिटेल देना है ।
Question 5
profits and loss को संक्षिप्त में लिखिए?
Answer :-
किसी कंपनी में वर्ष के अंत में सभी खर्च की आपूर्ति के बाद होने वाले प्रॉफिट या लॉस को निर्धारित करने के लिए जो अकाउंट तैयार किया जाता है उसे प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट कहा जाता है प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट बनाने का प्रमुख उद्देश्य व्यवसाय के शुद्ध लाभ या शुद्ध हानि की जानकारी प्राप्त करना है क्योंकि व्यापारी का मुख्य उद्देश्य लाभ कमाना होता है ,
Profit and loss account दो पक्ष होती हैं एक डेबीट पक्ष और दूसरा क्रेडिट पक्ष । डेबिट पक्ष में व्यापार के सभी प्रत्यक्ष व्यय लिखे जाते हैं तथा क्रेडिट पक्ष में समस्त अप्रत्यक्ष आय लिखी जाती है इसके बाद दोनों पक्षों का योग लगाया जाता है अगर डेबिट साइड का योग क्रेडिट से कम होता है तो लाभ होता है जिसे शुद्ध लाभ कहा जाता है और यदि क्रेडिट साइड का योग कम होता है तो हानि होती है जिसे शुद्ध हानि कहा जाता है।
Profit and loss account के debit side में निम्बलिखित हैं:
1) opffice expense :- कार्यालय से संबंधित खर्चों को ऑफिस एक्सपेंस कहा जाता है ऑफिस एक्सपेंस में निम्नलिखित खर्चों को शामिल किया जाता है :
• salaries
• office rent
• office lighting
• printing charges
• stationery
• telephone
• audit fees
2) selling expenses :- विक्रय से संबंधित खर्च को सेलिंग एक्सपेंस कहा जाता है सेलिंग एक्सपेंस मैं निम्न खर्चे को शामिल किया जाता है।
• carriage out word
• advertising expenses
• commission
• sales tax
3) other expenses :- कार्यालय एवं विक्रय से संबंधित खर्चों के अतिरिक्त होने वाले खर्चों को other एक्सपेंस कहा जाता है other एक्सपेंस में निम्न खर्च खामियां शामिल किया जाता हैं।
• legal expenses
• interest on loan
• interest on bank loan.
4) Expected losses :- भविष्य में होने वाले हानियों को एक्सपेक्टेड लॉसेस कहा जाता है। इसमें निम्न खर्च को शामिल किया गया है :
• reserve for taxation
• reserve for bad bebtors
• reserval for repairs
Profit and loss account के creadit side मे निम्न पदो को साथ लिखा जाता है।
1 gross profit
2 income
Income :- मैं निम्न पदों को शामिल किया गया है
• रेंट reccived
• इंटरेस्ट received
• discount received
• commission
• apprentice premium
Profit and loss account in tally :-
Tally में profit and loss account को देखने के गेटवे ऑफ़ टैली प्रॉफिट एंड लॉस ऑप्शन डिस्प्ले होता है।
इस ऑप्शन को पी शॉर्टकट के द्वारा ओपन भी कर सकते हैं या फिर भी प्रॉफिट एंड लॉस स्टेटमेंट डिस्प्ले होता है
प्रॉफिट एंड लॉस स्टेटमेंट को डिटेल में देखने के लिए अल्ट + F1 शॉर्टकट की का इस्तेमाल करते हैं प्रॉफिट एंड लॉस के द्वारा ओपनिंग स्टॉक ,क्लोजिंग स्टॉक, सेल्स, परचेस ,ग्रॉस प्रॉफिट ,ग्रॉस लॉस , indirect एक्सपेंस ,डायरेक्ट एक्सपेंस ,नेट प्रॉफिट नेट लॉस,etc ।
की इनफार्मेशन प्राप्त की जाती है।
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