Question 1
Net Framework क्या होता है, Net framework के Architecture को बनाइये।
Answer
फ्रेम वर्क
फ्रेमवर्क का शाब्दिक अर्थ होता है आकार तथा इस सपोर्ट देने वाली ढांचा । इसका एक और अर्थ सामाजिक व्यवस्था और प्रणाली भी होता है। इन अर्थ के प्रकाश में यह कहा जा सकता है कि डॉट नेट फ्रेमवर्क एक ढांचा है जो प्रोग्रामिंग को एक आकार , रूप तथा सपोर्ट प्रदान करता है। इसी के आधार पर प्रोग्रामों को विकसित किया जाता है। इस प्रोग्राम की ऐसी व्यवस्था भी कहा जा सकता है जो कुछ विशेष प्रोग्रामिंग भाषाओं द्वारा अनुसरण किया जाता है।
फ्रेमवर्क आर्किटेक्चर
डॉट नेट फ्रेमवर्क दो मुख्य भाग पर निर्मित है । ये दो भाग कॉमन लैंग्वेज रन टाइम तथा डॉट नेट प्लेटफार्म क्लास लाइव लाइब्रेरी है। कॉमन लैंग्वेज रनटाइम डॉट नेट प्लेटफार्म का फाउंडेशन व आधार शीला होता है। रनटाइम एक एजेंट की तरह होता है जो एक्जीक्यूशन के दौरान कोड को व्यवस्थित करने के लिए मेमोरी प्रबंधन, थे्ड प्रबंधन तथा रिमोटिंग के साथ-साथ स्टि्क्ट टाइप सेफ्टी तथा कोड एक्यूरेसी के विभिन्न रूपों को लागू करता है जो सुरक्षा तथा शक्ति को प्रोत्साहित करता है । वस्तुत: कोड मैनेजमेंण्ड की परिकल्पना रनटाइम का मूलभूत सिद्धांत है । वह कोड को जो रनटाइम को टारगेट करता है मैनेजर मैनेज कोड कहा जाता है जबकि कोड जो रन टाइम को टारगेट नहीं करता है अनमैनेजड कोड कहा जाता है।
क्लास लायब्रेरी डॉट नेट प्लेटफार्म का दूसरा मुख्य भाग है। यह रियूजेबल टाइप्स का एक व्यापक ऑब्जेक्ट प्रदत संकलन है जिसकी सहायता से आप पारंपरिक कमांड लाइन या ग्राफिकल यूजर इंटरफेस एप्लीकेशन से लेकर ASP डॉट नेट आधारित एप्लीकेशन जैसे वेब फांर्मस तथा एक्स. एम. एल . वेब सेवाएं विकसित कर सकते हैं।
डॉट नेट फ्रेमवर्क का दूसरा मुख्य भाग है। यह रियूजेबल टाइप का एक व्यापक ऑब्जेक्ट प्रदत्त संकलन है जिसकी सहायता से आप पारंपरिक कमांड लाइन या ग्राफिकल यूजर इंटर-फेस एप्लीकेशन से लेकर ए . एस . पी. आधारित एप्लीकेशन जैसे वेब फांर्मस तथा एक्स . एम . एल. वेब सेवाएं विकसित कर सकते हैं ।
डॉट नेट फ्रेमवर्क अव्यवस्थित कॉम्पोनेंट्स के द्वारा होस्ट किया जा सकता है जो कॉमन लैंग्वेज रनटाइम को अपने प्रोसेस में लोड करता है तथा व्यवस्थित कोड के क्रियान्वयन को शुरू करता है जिसमें ऐसा सॉफ्टवेयर वातावरण बन जाता है जो व्यवस्थित तथा अव्यवस्थित दोनों ही फीचरों का उपयोग कर सकता हो। डॉट नेट फ्रेमवर्क ना ही केवल अनेक रन टाइम होस्ट प्रदान करता है बल्कि तृतीय पक्ष रन टाइम होस्ट के विकास को भी रिपोर्ट करता है।
उदाहरण के तौर पर ए. एस. पी. व्यवस्थित कोड के लिए स्केलेबल सर्वर पक्ष वातावरण प्रदान करने के लिए रन टाइम होस्ट करता है। ए. एस. पी. डॉट नेट रन टाइम के साथ सीधे-सीधे कार्य कर ए. एस. पी. वेब सेवाओं को योग्य बनाता है।
इन्टरनेट एक्सप्लोरर अव्यवस्थित एप्लीकेशन का एक उदाहरण है जो रनटाइम को माइम टाइप विस्तारक के रूप में होस्ट करता है । रन टाइम को होस्ट करने के पश्चात इंटरनेट एक्सप्लोरर का उपयोग कर आप HTML डॉक्यूमें में व्यवस्थित कम्पोनेंण्टस या विंडोज फार्मर्स कंट्रोल्स को इम्बेड करते हैं।
Question 2
निम्न को समझाइये :-
a) CLR b) CTS c) BCL d) VES
Answer
कॉमन लैंग्वेज रनटाइम
Net फ्रेमवर्क का दूसरा भाग कॉमन लैंग्वेज रन टाइम (CLR) है । CLR डॉट नेट फ्रेमवर्क की प्रथम लेयर मानी जाती है CLR डॉट नेट में लिखे गए प्रोग्राम के Execution Environment को define करता है अर्थात CLR यूजर को ऐसा वातावरण प्रदान करता है जिसके अंतर्गत यूजर कम से कम समय में किसी भी एप्लीकेशन को आसानी से बनाकर क्रियान्वित कर सकता है।
जब आप.Net फ्रेमवर्क के लिए एप्लीकेशन इन भाषाओं जैसे की VB.Net या C# में लिखते हैं, तो आपका सोर्स - कोड कभी भी प्रत्यक्ष रूप से मशीनी कोड में कंपाइल नहीं होता। इसके बजाय VB में C# कंपाइलर आपके कोड को एक विशेष भाषा में बदलता है , जिसे MSIL (माइक्रोसॉफ्ट इंटरमीडिएट लैंग्वेज) कहते हैं।
MSIL काफी हद तक एक ऑब्जेक्ट - ओरिएंटेड असेंबली भाषा एक तरह की लगती है। परंतु एक असेंबली भाषा की तरह यह हर CPU पर निर्भर नहीं होती। यह लो - लेवल तथा प्लेटफार्म से स्वतंत्र भाषा है।
कॉमन टाइप सिस्टम
डॉट नेट फ्रेमवर्क में कॉमन टाइप सिस्टम कंप्यूटर मेमोरी में रिप्रेजेंट होने वाले टाइप सिस्टम और उसकी values को specify करता है। यह अलग-अलग Language में लिखे गए programs के बीच इनफॉरमेशन को शेयर करने में मदद करता है। या cross language platform के support करता है जिसके कारण यह different language में लिखे गए programms के बीच इनफॉरमेशन शेयर करने में मदद करता है । यह एक object Oriented model को सपोर्ट कर इन्हें पूरी तरह से implement करता है । इसके प्रयोग विभिन्न लैंग्वेज के ऑब्जेक्ट्स को एक ही प्लेटफार्म में शेयर कर देता है । जैसे C++ के प्रोग्राम्स के visual basic के programs के साथ प्रयोग किया जा सकता है । या ऑब्जेक्ट के बीच इनफॉरमेशन शेयर करने के नियमों को define करता है । यह विभिन्न लैंग्वेज के डाटा टाइप के बीच करता है । इस प्रकार CTS .Net में Important Role निभाता है।
बेस क्लास लाइब्रेरी
Base class Library in.Net फ्रेमवर्क के विकास के भी दो हिस्से रहे हैं । पहले हिस्से के अंतर्गत .Net Framework 1.0 व 1.1 आते हैं , जबकि इनकी कमियों को पूरी तरह से दूर करते हुए .Net Framework का version 2.0 एक पूर्ण परिवर्तित version था और इस version को ही .Net Framework ramework के Standard Basic Version यानी आधार की तरह Use करते हुए अन्य . Net Framework Version को Develop किया गया है।
.Net Framework 2.0 के बाद .Net Framework की FCL यानी Framework Class Library को ही विशेष रूप से Extend किया गया है और अलग-अलग तरह की Requirements को आसानी से पूरा करने के लिए Namespaces में नई classes को define किया गया है।
BCL Classes में बहुत काम changes किए जाते हैं, हालांकि विभिन्न .Net Version में समय-समय पर विभिन्न प्रकार की जरूरतों को पूरा करने के लिए भी BCL में नई classesको append किया जाता रहा है। क्योंकि इन append की जाने वाली classes का संबंध .Net supported programming language को नई तरह की Functionality provide करने से होता है।
वर्चुअल एक्जीक्यूशन सिस्टम
वर्चुअल एक्जीक्यूशन सिस्टम कॉमन लैंग्वेज इन्फास्ट्रक्चर सीएलआई की एक रन - टाइम प्रणाली है जो संबंधित कोड को निष्पादित करने के लिए एक वातावरण प्रदान करती है। यह अंतर्निहित डेटा प्रकारों के एक सेट के लिए प्रत्यक्ष समर्थन प्रदान करता है , एक संबंधित मशीन मॉडल और स्थिति के साथ एक काल्पनिक मशीन को परिभाषित करता है, नियंत्रण प्रवाह निर्माण का एक सेट और एक अपवाद हैंडलिंग मॉडल । काफी हद तक,VES का उद्देश्य कांमन इंटरमीडिएट लैंग्वेज इंस्ट्रक्शन सेट को निष्पादित करने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करता है।
Question 3
V.B .Net में Data type क्या होते हैं ? Data type को उनके Size व Ravage के साथ Explain कीजिए।
Answer
डाटा टाइप
जब किसी वेरिएबल को डिक्लेयर किया जाता है तब हमें उसके डाटा टाइप को भी लिखना होता है क्योंकि किसी भी वेरिएबल में स्टोर की जाने वाली वैल्यू उस डाटा टाइप पर निर्भर करती है, वेरिएबल का डाटा टाइप जिस प्रकार का होगा उसने उसी प्रकार की वैल्यू स्टोर की जा सकती है।
Programming में Data Type Data का Type define करते हैं Data type store होने वाले Data के Type के साथ ही उसकी Date storage length भी बनाते हैं।
Primary data types
Data type keyword Equivalent
Integer Int
Floating point Float
Character Chare
Double precision double
Floating point .
Void Void
Integer type
Integer पूर्ण अंक होते हैं जिनकी वैल्यू की एक रेंज होती है जो एक विशेष मशीन पर ही सपोर्ट होता हैं। सामान्य रूप से इन्टिजर संग्रहण के लिए एक शब्द का स्थान लेता है तथा चुकी मशीन का वर्ड साइज़ बदलता रहता है (सामान्यत: 16 या 32 बीट) इसलिए Integer का Size जो स्टोर होता है वह कंप्यूटर पर निर्भर होते हैं। इसे ' Int' Keyword द्वारा प्रदर्शित किया जाता है और इसका फॉर्मेट '%d' होता है।
Floating point type
फ्लोटिंग पांइंट संख्याएं 32 बीट से स्टोर होती है (सभी 16 बिट तथा 32 बिट मशीन पर) जिसमें दशमलव के बाद 6 अंक होते हैं । इसे 'Float' Keyword द्वारा प्रदर्शित किया जाता है और इसका फार्मेट '%F' होता है।
Double type
जब फ्लोटिंग पॉइंट द्वारा प्रदान किये गए रेंज पर्याप्त नहीं होती है तो वास्तविक संख्याओं को परिभाषित करने के लिए डबल टाइप का उपयोग किया जा सकता है । एक डबल डाटा टाइप संख्या 64 bits का उपयोग करते हैं। जिसमें दशमलव के बाद 10 अंक आते हैं इन्हें Double precision number के रूप में जानते हैं। याद रखें की, Double Type flot के समान ही डाटा टाइप है किंतु इसमें प्रिसिजन (दशमलव के बाद अंक) बहुत अधिक होते हैं इसे 'Double' Keyword द्वारा प्रदर्शित की जाता है और इसका फार्मेट '%IF') होता है।
Character type
इसमें केवल एक अक्षर को कैरेक्टर डाटा टाइप के रूप में परिभाषित किया जाता है । इसे 'Char' की वर्ड द्वारा प्रदर्शित किया जाता है । Character 8 bit के internal storage में store होते हैं । इसका फार्मेट '%C' होता है।
Void type
Void की वर्ड प्रयोग एक फंक्शन के साथ होता है जिसका अर्थ है कि वह फंक्शन कोई वैल्यू नहीं लौटता है। इसका उपयोग एक खाली समूह को निर्धारित करने के लिए किया जाता है जिसमें कोई भी मन नहीं होता है। इस डाटा टाइप का उपयोग सामान्यतः फंक्शन के साथ, फंक्शन के रिटर्न टाइप को निर्धारित करने के लिए किया जाता है। इसे void की वर्ड से प्रदर्शित किया जाता है।
Size and Rang Of Data types
V.B Net में Use होने वाले अलग-अलग प्रकार के Dialog Box को समझाइए।
Answer
डायलॉग बॉक्स
डायलॉग बॉक्स आप से अपरिचित नहीं होना चाहिए। आप अक्जसर जब माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस में काम कर रहे होते हैं तो बहुत सारे काम के लिए यथा टेक्स्ट का रंग बदलने के लिए , फाइल को खोलने के लिए डायलॉग बॉक्स को प्रयोग में लाते हैं । का उपयोग यूजर के साथ संवाद करने और उससे सूचना वापस लेने में होता है। आप डॉट नेट में अपना डायलॉग बॉक्स भी बना सकते हैं। यहां हम ऐसे डायलॉग बॉक्स की बात कर रहे हैं जो हमें बनें बनाए मिलते हैं । डॉट नेट फ्रेमवर्क कई प्रकार के डायलॉग बॉक्स उपलब्ध कराता है जिनके कम्पोनेंट टूल बॉक्स पर डायलॉग के अंतर्गत उपलब्ध रहते हैं।
ओपन फाइल डायलॉग बॉक्स
माइक्रोसॉफ्ट, वर्ड, एक्सेल, पावरपॉइंट ,पेजमेकर , कोरल ड्रॉ, वर्डपैड या नोटपैड किसी भी एप्लीकेशन में कार्य करते समय अपने ओपन फाइल डायलॉग बॉक्स की सहायता से अपने पहले से बने हुए फाइलों को अवश्य ही खोला होगा। विजुअल बेसिक डॉट नेट में जब आप किसी एप्लीकेशन को विकसित करते हैं तो आप यूजर के लिए ओपन फाइल डायलॉग बॉक्स अवश्य ही एक फीचर देंगे ताकि एप्लीकेशन के किसी फाइल को यूजर आसानी से खोलें ले। आप इसके लिए V.B .Net में Open File Dialog कंपोनेंट का प्रयोग करते हैं । Open File Dialog के प्रॉपर्टी के माध्यम से आप इसके आचरण को कस्टमाइज कर सकते हैं।
ओपन फाइल डायलॉग के प्रॉपर्टी
इस खंड में V.B डॉट नेट के ओपन डायलॉग डायलॉग कंपोनेंट के प्रॉपर्टी के बारे में जानते हैं। इनमें कुछ प्रॉपर्टी ऐसे हैं जो आप डिजायन समय में प्रॉपर्टीज विंडो के माध्यम से सेट कर सकते हैं। तथा कुछ जो प्रॉपर्टीज विंडो में प्रकट नहीं होते हैं। उन्हें रन समय में कोड के माध्यम से सेट कर सकते हैं। यद्यपि सभी प्रॉपर्टी का प्रोग्राम के माध्यम से कोड लिखकर सेट किया जा सकता है।
Question 5
निम्न Control को Example सहित समझाइये।
a) Scroll Bar , b) List Box , c) Timer , d) Picture Box
Answer
a) स्क्रॉलबार
स्क्रॉलबार कंट्रोल का प्रयोग आइटमों की एक लंबी सूची या बड़ी मात्रा में सूचना को किसी एप्लीकेशन या कंट्रोल या कंट्रोल यथा पेनल के अंदर क्षैतिक या उदग्र में आसानी से नेविगेट करने में होता है। स्क्रॉलबार विंडोज़ इंटरफ़ेस का एक सामान्य अवयव है।
एच स्क्रालबार तथा वी स्क्रॉलबार कंट्रोल अन्य कंट्रोल से मुक्त होकर कार्य करते हैं तथा इसके अपने इवेंट, प्रॉपर्टी तथा मेथड होते हैं। स्क्रॉलबार कंट्रोल उन बिल्ट-इन स्क्रॉलबार कंट्रोल से बिल्कुल अलग होते हैं जो टेक्स्ट बॉक्स, लिस्ट बॉक्स, कांम्बो बॉक्स या एम डी आई फॉर्म में होता है।
अधिकतर कंट्रोल यथा मल्टी लाइन टेक्टबाक्स, लिस्ट बॉक्स तथा कांम्बो बॉक्स जिन्हें स्क्रोल बर की आवश्यकता होती है पहले से ही उन्हें उपलब्ध कराए गए होते हैं तथा उन्हें इसकी अलग से आवश्यकता नहीं पड़ती।
इसका प्रयोग उन कम कनटेनरों में स्क्रोलिंग लागू करने के लिए होता है जिन्हें अपना स्क्रांल बर उपलब्ध नहीं होता है।
उदाहरण
पिक्चर बॉक्स का अपना स्क्रोलबांक्स नहीं होता है इसलिए आप इसमें इस स्क्रोलबांक्स को जोड़ सकते हैं।
स्क्रोल इवेंट का प्रयोग स्क्रोलबार में स्क्रॉल बॉक्स के गतिविधियों को मॉनिटर करने के लिए होता है।
b) लिस्ट बॉक्स
लिस्ट बॉक्स कंट्रोल की सहायता से हम एक ही तरह के कई अवयवों को एक सूची में सूची बंद करते हैं ताकि उपयोग कर्ता उन्हीं अवयवों के सीमित विकल्पों में से चयन कर सके। सूची लंबी होने की स्थिति में स्क्रोल बार को जोड़ा जा सकता है ताकि सूची को ठीक से ब्राउज़ किया जा सके। सूची में हम एक या एक से अधिक आइटमों का चयन कर सकते हैं। लिस्ट बॉक्स को एप्लीकेशन के अनुसार कस्टमाइज करने के लिए कई प्रॉपर्टी है जिन्हें समझना आवश्यक है।
c) Timer
टाइमर वह कंपोनेंट है जो एक नियमित अंतराल पर इवेंट को जागृत करता है। टाइमर कंट्रोल का उपयोग आप आपके कंप्यूटर में आंतरिक घड़ी के आधार पर रेस्पांस जेनेरेट करने में करते हैं आप टाइमर का प्रयोग करके किसी कोड को एक निश्चित समय अंतराल के बाद एक्जीक्यूट करवा सकते हैं तथा टाइमर का प्रयोग बैकग्राउंड प्रोसेसिंग के लिए भी कर सकते हैं। आपका कंप्यूटर की घड़ी एक सेकंड में टाइमर इवेंट को 18 बार जागृत करता है। यह घड़ी आपके सीपीयू मेमोरी तथा डिस्क के लिए महत्वपूर्ण होता है क्योंकि डाटा बिल्कुल क्रम में तथा समय अनुसार प्रवाह करता है।
विजुअल बेसिक डॉट नेट घड़ी के समय से इवेंण्टस को रिस्पॉण्ड कर सकता है। यद्यपि यूज़र टाइमर इवेंट को जेनेरेट नहीं करता है लेकिन आपका कंप्यूटर इसे करता है तथा विंडोज उन इवेंट को प्रत्येक रनिंग प्रोग्राम को पास करता है। आप एक प्रिसेट अंतराल सेट कर सकते हैं जिसके बाद विंडोज आपके एप्लीकेशन को एक इवेंट संदेश भेजता है।
d) पिक्चर बॉक्स
पिक्चर बॉक्स का उपयोग फॉर्म में मन चाहे चित्र को जोड़ने में होता है। V.B 6 में पिक्चर बॉक्स कंट्रोल के बदले इमेज कंट्रोल का उपयोग होता है। इसका उपयोग आप V.B डॉट नेट की सहायता से बनाये गये रेखा चित्र को प्रदर्शित करने में भी कर सकते हैं। पिक्चर बॉक्स कंट्रोल की सहायता से बी. एम. पी.(BMP), आइकन फाइल, जी. आई. एफ. , जे. पी. ई. जी. इत्यादि फार्मेट फाइलों के पिक्चर बॉक्स कंट्रोल में रखे गए चित्र को अलग-अलग साइज मोड में दिखाया गया है।
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